मुहर्रम के समापन पर ताजिया संग निकला जुलूस

रिपोर्ट -- प्रेम शंकर पाण्डेय 

कासिमाबाद (गाज़ीपुर)। पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद (सल्ल.) के नवासे हजरत इमाम हुसैन आली मुकाम की शहादत के पर्व मुहर्रम का बुधवार की शाम क्षेत्र के नगरपंचायत बहादुरगंज, रसूलपुर, मुहम्मदपुर टंडवा,पाली,अवराकोल, दुर्गा स्थान कर्बला में सवारी ताजिया ठंडे करने के साथ समापन हो गया।

गांव

            गांव पाली में मुहर्रम का ताजिया जुलूस 

दोपहर जुहर की नमाज के बाद क्षेत्र के विभिन्न् अंचलों से सवारी ताजियों के जुलूस निकलना शुरू हुए। जुलूस में दर्जनों से अधिक विभिन्न  ताजिये शामिल थे। बड़ी तादाद में वाहनों पर इमाम आली मुकाम का लंगर तकसीम किया गया।

गांव

                      ‌गांव रसूलपुर की ताजिया

रसूलपुर दक्खिन टोला बहादुरगंज नगरपंचायत से निकला ताजिया पुरानी गंज  कर्बला पहुंचा। वहीं अवराकोल से निकला ताजिया जुलूस गांव पाली से निकले ताजिया जुलूस एक साथ होकर मुहम्मदपुर टंडवा जुलूस के साथ कर्बला तक पहुंचें।पथ के दोनों  खड़े हजारों जायरीन ने ताजियों की ज्यारत की तथा सवारियों को भावभीनी विदाई दी।

मुहर्रम के जुलूस में भव्य एवं कलात्मक ताजिये शामिल थे। ताजिया जनाकर्षण का केंद्र था। कांधों पर ताजिया रखे हुए अकीदतमंद या हुसैन के नारे लगाते चल रहे थे। जायरीन अपने बच्चों को ताजियों के नीचे से निकाल रहे थे। ताकि उन पर इमाम आली मुकाम की मेहरबानी बनी रहे। मखानों से निर्मित कई सवारियां विशालकार थी। जुलूस में शामिल अकीदतमंद या अली के नारे बुलंद कर रहे थे।

         ‌    नगर पंचायत बहादुरगंज का दृश्य 

नवयुवकों ने दर्दनाक मातम किया, लोहे की जंजीरों से मातम करने वालों की छाती व पीठ लहू लुहान हो गई। सड़क के दोनों ओर खड़े जायरीन ने दर्दनाक मातम का अनोखा नजारा देखा। मातमी जुलूस का  कर्बला में समापन हुआ।
इस अवसर वसीम अब्बासी,नसीम अहमद,वालिस, मैनुद्दीन अंसारी,रफीक अहमद, अब्दुल रज्जाक,परवेज आलम,नौसाद अहमद, मोहम्मद बिग्गन, मैनुद्दीन शेख,ताखर शेख,रिजवान, नौशाद, फैजान,सोनू महताब,आसिफ ताहिर,शेख नजरूद्दीन, जमालुद्दीन, यूसुफ़,जफर अकील,फखरे आलम , जवाहिर राम,कौशल किशोर राय, लक्ष्मी शंकर पाण्डेय,अमोल राय, रामभवन शर्मा सहित विभिन्न समुदाय के लोग उपस्थित रहे।