मां शारदा ग्रामीण विद्यापीठ के वार्षिकोत्सव में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम से बांधा समां

मां शारदा ग्रामीण विद्यापीठ के वार्षिकोत्सव में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम से बांधा समां

रिपोर्ट - प्रेम शंकर पाण्डेय 

कौशल विकास केन्द्र एवं कौशल शिक्षा पीएम की दूरगामी सोच का प्रतिफल -- डॉ सानंद सिंह

मुख्य अतिथि बोलें -- कठोर साधना से मानवता समाज की सेवा के लिए बनता है शिक्षा केंद्र

कासिमाबाद (गाजीपुर)। समीपवर्ती क्षेत्र अंतर्गत मां शारदा ग्रामीण विद्यापीठ देवली, सलामतपुर में रविवार के दिन 

 सांस्कृतिक ..शैक्षिक के विविध कार्यक्रम कर वार्षिकोत्सव काफी धूमधाम से मनाया गया जिसमें छात्र छात्राओं ने आकर्षक प्रस्तुति दी। समारोह में गौरवशाली उपस्थिति मुख्य अतिथि के रूप में डॉ सानंद सिंह (सुविख्यात सत्यदेव कॉलेजेज ग्रुप के प्रबंधक)एवं विशिष्ट अतिथि ब्लॉक प्रमुख मरदह श्री मती सीता सिंह के प्रतिनिधि अनिल सिंह संग तमाम गणमान्य आगंतुकों,अतिथियों,अभिभावकों के सहभागिता से भव्य रूप में सम्पन्न हुई

।कार्यक्रम की शुरुआत संगीत ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की उपासना, स्वागत गीत के क्रम में विशिष्ट ,मुख्य अतिथियों को अंग वस्त्रम, स्मृतिचिन्ह और पुष्पगुच्छ द्वारा अभिनंदन किया गया।विद्यालय के होनहार छात्र छात्राओं के द्वारा एक से बढ़कर एक आकर्षक प्रस्तुतियां गीत,नृत्य,गजल,कौव्वाली, नाट्य,आदि प्रस्तुत करते हुए लोगों को जागरूक भी किया।हिंदु मुस्लिम एकता, देशभक्तों की वीरता,बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे संदेश गीत जिनकी मनोरम प्रस्तुतियों ने दर्शकों को पूरे समय मंत्रमुग्ध कर दिया ,करतल ध्वनि से विद्यालय प्रांगण गूंज उठा।

मुख्य अतिथि डॉ सानंद ने अपने संबोधन में कहा कि अनादि काल से वर्तमान तक जो कुछ भी दुनिया को दिया जा रहा है, विद्या प्राप्त कर ज्ञानार्जन के द्वारा मिल रहा है।कठोर साधना का प्रतिफल है शिक्षा केंद्र बनवाना,यह विद्यालय ही भारतवर्ष का वास्तविक स्वरूप है जहां सभी धर्म सम्प्रदाय के लिए लोग अध्ययन अध्यापन करते हैं। विद्यालय के संस्थापक आय अर्जन के लिए व्यवसाय का अन्य क्षेत्र भी चुन सकते थे जिससे परिवार को धन संचय होता लेकिन मानवता समाज के लिए शिक्षा का यह कठिन रास्ता चुना। जहां से अलग-अलग क्षेत्रों के लिए प्रतिभा निकलकर देश सेवा में अपना योगदान देते हैं। उन्होंने छात्रों को बताया कि जितने भी देश के बड़े व्यक्तित्व एवं उच्च पद पर आसीन लोग हुए हैं उन्होंने जीवन संघर्षों को झेला है लेकिन परिश्रम के बल पर लक्ष्य प्राप्ति का सपना साकार किए हैं। अमीरी -अमीरी जीवन का हिस्सा है लेकिन जो मानव जीवन की रूप-रेखा के साथ अवसर मिला है उसे सफलता में बदलना होगा। इसके लिए उन्होंने अपने प्राथमिक शिक्षा से सफलता एवं गरीबी सीमित संसाधनों के अभावों को बतलाते हुए कहा कि आज सब कुछ सर्व सुलभ है। इसलिए इस स्वर्णिम अवसर को जीवन की सफलता में बदलिए इसका मूल मंत्र मेहनत ही है।

कार्यक्रम में सत्यदेव डिग्री कालेज के काउंसलर दिग्विजय उपाध्याय, प्रा. शि .संघ मऊ के जिलाध्यक्ष,रतनपुरा के ब्लॉक अध्यक्ष , मरदह, कासिमाबाद के ब्लॉक अध्यक्ष राजेश सिंह, मेराज अहमद, शमीम, अनायतुल्लाह ,अरुण ,अजय राय उमेश राय आदि सहित जनप्रतिनिधि, समाजसेवियों ने विद्यालय के होनहार बच्चों का उत्साहवर्धन किया।कार्यक्रम के अंत में विद्यालय संरक्षक सतीश सिंह , प्राचार्या शोभा सिंह द्वारा उपस्थित आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम का बेहद ही सफल संचालन शिक्षक बिनोद बरनवाल ने किया ‌