एलजी मनोज सिन्हा के करीबी गाजीपुर लोकसभा उम्मीदवार पारस नाथ राय

रिपोर्ट -- प्रेम शंकर पाण्डेय /विनय राय
गाजीपुर(उप्र)।भाजपा ने चर्चाओं का दौर समाप्त कराते हुए गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। भाजपा ने पारसनाथ राय को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। पारसनाथ राय के नाम की घोषणा होते ही जिले में सियासी पारा गरम हो गया। नाम को लेकर राजनीतिक पंडित अलग-अलग तरीके से व्याख्या करने लगेले, लेकिन यह चर्चा सबसे ज्यादा रही कि गाजीपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी के अंदर जो महामहीम(एलजी मनोज सिन्हा)चाहेंगे वही होगा। 69 वर्षीय पारसनाथ राय सिखड़ी ब्लाक मनिहारी के निवासी हैं। इनके पिता का नाम मंगला राय है। पारसनाथ राय का सम्बंध पढ़ाई के दौरान बीएचयू में मनोज सिन्हा से हुआ। पढ़ाई समाप्त करने के बाद पारसनाथ राय ने सिखड़ी में आकर मालवीय जी के प्रेरणा से पंडित मदन मोहन मालवीय सिखड़ी इंटर कालेज का स्थापना किया, इसके बाद शबरी पीजी कालेज सिखड़ी की स्थापना की। जब-जब मनोज सिन्हा गाजीपुर का लोकसभा चुनाव लड़ते थे, तब-तब उनके चुनाव संचालन में पारसनाथ राय महत्वपूर्ण भूमिका अपनाते थे। पहली बार सक्रिय राजनीति में भाजपा ने उन्हे लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। पारसनाथ राय बहुत लम्बे समय से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े थे।वे 1986 मे संघ के जिला कार्यवाह सहित विभिन्न पदों पर सफल दायित्व निर्वहन कर चुके हैं। वर्तमान समय में जौनपुर के सह विभाग सम्पर्क प्रमुख तथा क्रय विक्रय सहकारी समिति जंगीपुर के अध्यक्ष हैं। पारस राय जी शबरी महिलामहाविद्यालय सिखड़ी, पं मदन मोहन मालवीय इंटर कालेज तथा विद्या भारती विद्यालय के प्रबंधक है। अब देखना है कि राजनीति और बाहुबल में मजे खिलाड़ी अफजाल अंसारी का सामना कैसे करते हैं।
गाजीपुर लोकसभा सीट का जातीय समीकरण
गाजीपुर लोकसभा सीट पर यादव, मुस्लिम, कुशवाहा काफी महत्वपूर्ण वोटर हैं। गाजीपुर लोकसभा सीट पर 3 लाख से अधिक मुस्लिम आबादी है। कुशवाहा समाज के वोटरों की संख्या करीब ढाई लाख है। करीब डेढ़ लाख बिंद, 2 लाख राजपूत, एक से डेढ़ लाख ब्राह्मण, एक लाख वैश्य और 50 हजार के आसपास भूमिहार वोटर भी गाजीपुर लोकसभा सीट पर हैं, जो निर्णायक हैं।