देश के सबसे युवा IPS बने सफीन अहमद,बेटी को पढ़ाने के लिए मां शादियों में बेलती थी रोटियां

रिपोर्ट_प्रेम शंकर पाण्डेय✍️
◆◆◆◆◆◆◆■◆◆◆●●◆● कौन कहता है कि बुने हुए ख्वाब सच्चे नहीँ होते, मंजिलें उन्हीं को नहीँ मिलती ,जिनके इरादे अच्छे नहीं होते । रूखी सूखी रोटी और धक्के तो बहुत खाये हैं जिंदगी में, लेकिन........ आज देख रहा हूँ कि सफलता के फल कभी कच्चे नहीँ होते। मंजिलें उन्ही को नहीँ मिलती *जिनके इरादे अच्छे नही होते*। सच ही कहा गया है कि *सफलता के फल कभी कच्चे नही होते*।
गुजरात:सफलता की कहानी लिखी है 22 साल के सफीन हसन ने जो देश के सबसे युवा आईपीएस अधिकारी बन गए हैं. गुजरात के कणोदरा गांव के रहने वाले सफीन अहमद को ट्रेनिंग के बाद जामनगर में पहली पोस्टिंग मिली है और वह वहाँ सहायक पुलिस अधीक्षक का पदभार संभालेंगे. देश के सबसे युवा आईपीएस बनने का उनका सफर आसान नहीं था उनका बचपन बेहद संघर्षपूर्ण रहा. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक उनके माता-पिता नसीमबानू और मुस्तफा हसन डायमंड की एक यूनिट में काम करते थे. सफीन को अपनी पढ़ाई के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा. परिवार की आय से मुश्किल से ही जरूरतें पूरी हो पाती थी. सफीन की मां ने बेटे की पढ़ाई के लिए रेस्त्रां और शादियों में रोटियां बनाने का काम किया. सफीन की किस्मत अच्छी थी और उन्हें बिजनेसमैन और सोसाइटी से सपोर्ट मिला जिसकी मदद से वह अपने सपने को पूरा कर सके. सफीन ने यूपीएससी परीक्षा में 570 रैंक हासिल की थी. उन्होंने आईपीएस बनने के लिए क्वालीफाई कर लिया लेकिन वह आईएएस बनना चाहते थे. उन्होंने कहा कि मैं परीक्षा में दोबारा बैठा पर, परीक्षा को क्लियर नहीं कर सका. ऐसे में मैने तय किया कि मैं आईपीएस ऑफिसर के रूप में अपना करियर जारी रखूंगा और इस अवसर का उपयोग कर देश की सेवा करूंगा.