ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार का रतनपुरा आगमन कई मायने में महत्वपूर्ण

ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार का रतनपुरा आगमन कई मायने में महत्वपूर्ण

रिपोर्ट - वरिष्ठ संवाददाता फतेहबहादुर गुप्त ✍️

रतनपुरा (मऊ)।ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रादेशिक अध्यक्ष सौरभ कुमार का रतनपुरा आगमन रविवार के दिन हुआ । प्रादेशिक अध्यक्ष सौरभ कुमार का रतनपुरा आगमन कई दृष्टि से महत्वपूर्ण है। वह वरिष्ठ पत्रकार फतेह बहादुर गुप्त के प्रतिष्ठान पर पहुंचे ,और रतनपुरा के पत्रकारों से मुलाकात किया। इस अवसर पर उनके बचपन के सहपाठी रतनपुरा कस्बा के विसुकिया मोहल्ला निवासी मोतीचंद राजभर से मुलाकात का उन्हें सौभाग्य प्राप्त हुआ ।रतनपुरा स्थित प्राथमिक पाठशाला बरवातर में प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार एवं उनके बचपन के सहपाठी मोतीचंद राजभर साथ साथ पढ़ें और 58 वर्षों के बाद एक दूसरे सहपाठियों की जब मुलाकात हुई तो दोनों एक दूसरे के गले मिलकर के अपने बचपन की यादों को ताजा कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार को उन्हें देखते ही पहचान लिए, और मोती चंद राजभर भी उन्हें पहचानने में तनिक भी देर नहीं किए। इस नजारे को देख कर के रतनपुरा के पत्रकारों की आंखें छल छला गई । 2 सहपाठियों का इस तरह से मिलना काफी हैरतअंगेज था। विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार को पिछले दिनों अचानक याद आई कि रतनपुरा निवासी मोतीचंद राजभर उनके साथ कक्षा 3 में वर्ष 1963 में साथ -साथ पड़े थे ।फिर उन्होंने अपने एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य फतेह बहादुर गुप्ता से मोबाइल पर वार्तालाप के दौरान अपने उद्देश्य को बताया ,तो फतेह बहादुर गुप्ता ने बताया कि वह मोतीचंद राजभर को बखूबी जानते और पहचानते हैं। प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार ने उनसे आग्रह किया कि रविवार के दिन वे रतनपुरा आ रहे हैं, और उनके बचपन के सहपाठी मोतीचंद राजभर से मुलाकात कराई जाए। मोतीचंद राजभर भी अपने बचपन के मित्र के आगमन की सूचना पर भागे भागे पत्रकार फतेह बहादुर गुप्ता के प्रतिष्ठान पर पहुंचे ,और फिर मिश्रा कटरा स्थित पर पटेल जलपान गृह पर सभी लोगों की चाय पार्टी हुई, और लोग एक दूसरे से हाल चाल लेते हुए ,अपने बचपन के दिनों की याद ताजा कर दी। इस दौरान फतेह बहादुर गुप्त ,सुरेश कुमार श्रीवास्तव, कानपुर विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ सहायक संजय कुमार खरवार उनके बचपन के मित्र मोतीचंद राजभर ,सौरभ कुमार के अनुज भ्राता सुजीत कुमार इस यादगार पल के साक्षी बने। विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय बालेश्वर लाल के सुपुत्र सौरभ कुमार ने इस संगठन को अपने पिता की दी हुई विरासत को आगे बढ़ाया है,और इसका बखूबी नेतृत्व कर रहे हैं। अपनी उदारवादी दृष्टिकोण तथा सदाशयता के लिए जाने जाने वाले सौरभ कुमार जी संगठन के लिए अपना सब कुछ त्याग दिए। उनके पिता स्वर्गीय बालेश्वर लाल ने इस संगठन को पोस्ट कार्ड के जरिए स्थापित किया ,और अपने खून पसीने से इसको पूरे प्रदेश में महिमामंडित किया, जो ग्रामीण पत्रकारों के लिए आदर्श और मिसाल तथा प्रेरणा के स्रोत हैं। उत्तर प्रदेश ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के प्रादेशिक अध्यक्ष सौरभ कुमार का बचपन के 5 साल रतनपुरा में ही व्यतीत हुए ।उनकी माता श्रीमती चंपा श्रीवास्तव यहां पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में एलएसडब्ल्यू हुआ करती थी।जिनके सानिध्य में रहकर के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा रतनपुरा में हुई ,और उनका सौभाग्य है कि आज भी उन्हें रतनपुरा के अपने बचपन के सहपाठियों का नाम बखूबी याद है। आर्थिक उपार्जन में भले ही वे पीछे हैं ।परंतु संगठन के जरिए अपनी एक पहचान की विशिष्टता उनके आभामंडल से विशेष रूप मैं जुड़ी हुई है। सभी लोगो की नजरों में उनकी ईमानदारी ,नेक नियति और कुशल सांगठनिक नेता के रूप में अपनी एक विशिष्ट पहचान है ।उन्होंने बलिया जनपद के गड़वार कस्बे में स्थित जंगली बाबा इंटरमीडिएट कालेज में भी अपनी सेवाएं दी, और वह वर्ष 2014 में सेवानिवृत्त भी हो गए। इंटरमीडिएट कॉलेज में अपनी सेवाएं देते हुए संगठन को शीर्ष पर पहुंचाया है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले पत्रकारों की प्रदेश में मान सम्मान बढ़ा है। तथा पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं में काफी कमी आई है।वह कहीं भी पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं को सुनने के बाद इसके विरोध में खड़े होते हैं ।यही उनकी विशिष्ट पहचान है।