सत्ता का केन्द्र बिन्दु बना रतनपुरा,फिर मऊ बीजेपी राम के आश्रय

रिपोर्ट - फतेहबहादुर गुप्ता /प्रेम शंकर पाण्डेय
भाजपा की खूबसूरती...शीर्ष नेतृत्व के निर्णय से अनभिज्ञ जिलाध्यक्ष घोषणा कार्यक्रम की रामाश्रय मौर्य स्वयं कर रहे थे संचालन,उन्ही के नाम की निकली पर्ची
भाजपा प्रदेश संगठन ने रतनपुरा के रतन रामाश्रय मौर्य को सौंपा मऊ के जिलाध्यक्ष पद का दायित्व
रतनपुरा प्रखंड में उत्सव जैसा माहौल
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रतनपुरा (मऊ) । रतनपुरा कस्बा के पश्चिमी मोहल्ला निवासी एवं भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री तथा ग्रामीण स्वच्छता अभियान में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित रामाश्रय मौर्य को भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष के रूप में कमान सौंप दी गई है।
जनपद मुख्यालय स्थित कम्युनिटी हॉल में उनके चयन की घोषणा पर्यवेक्षक उत्तर प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला एवं निर्वाचन अधिकारी तेज प्रताप पाण्डेय ने संयुक्त रूप से किया। उनके निर्वाचन की घोषणा होते ही पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से लाद करके जबरदस्त ढंग से स्वागत किया।
*विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि कम्युनिटी हाल में आयोजित जिलाध्यक्ष के घोषणा कार्यक्रम का संचालन तत्कालीन महामंत्री रामाश्रय मौर्य स्वयं कर रहे थे।और उन्ही के नाम की जब पर्ची निकली तो सभी भौचक रह रह गए। जैसे ही उनके नाम की घोषणा हुई तो उनके चेहरे पर खुशी की चमक पैदा हो गई। नाम की घोषणा होते ही कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा हो गया, और तालिया की गड़गड़ाहट के साथ पूरा सभागार देर तक जय श्री राम के नारों से गुंजता रहा। इसके बाद गाड़ियों की काफिले के साथ भारतीय जनता पार्टी के जनपदीय कार्यालय पहुंचे।जहां पर उनका विधिवत स्वागत किया गया।
उल्लेखनीय है की रामाश्रय मौर्य रतनपुरा ग्राम पंचायत के दो बार प्रधान तथा एक बार ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रह चुके हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में मुख्य शिक्षक के दायित्व से अपना करियर शुरू किया था। इसके बाद वे मऊ के नगर प्रचारक बने। उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम महाविद्यालय में ग्रेजुएशन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की इकाई गठित करके छात्र संघ के चुनाव में परिषद का अध्यक्ष और महामंत्री निर्वाचित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान इन्होंने संगठन में पशु क्रूरता निवारण समिति के तहसील प्रमुख का दायित्व निभाते हुए रतनपुरा प्रखंड के सड़कों से गुजरने वाले गौ तस्करों को इस तरह से नकेल कस दिया कि इस इलाके से जाने वाले गौ तस्करों के वाहन बंद हो गए ,और अपने कार्यकाल के समाप्ति तक बहुत से गौ तस्करों को जेल भिजवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के जिला संगठन में तीन बार महामंत्री पद को सुशोभित कर चुके हैं ।उनके चयन से जनपद सहित उनके गृह प्रखंड रतनपुरा में उत्सव जैसा माहौल है।
संगठन का बेहद पोशीदा तरीके से दायित्व का निर्वहन करने वाले रामाश्रय मौर्य मधुर भाषी, मिलनसार तथा व्यवहार कुशल है। तथा शुरू से ही संघर्षील और जुझारू तेवर के व्यक्ति रहे हैं। एक बार मन में जब ठान लेते हैं तो उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। न्याय प्रियता उनके जीवन में कूट-कूट कर भरी हुई है। पार्टी संगठन के चुनाव से लेकर विधानसभा, लोकसभा और विधान परिषद के चुनाव में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। जिसकी वजह से इनकी पहचान मऊ से लेकर लखनऊ तक बनी हुई है। इनके जिलाध्यक्ष की घोषणा होते ही कम्युनिटी सेंटर से लेकर के भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय तक उनके समर्थकों ने जिस तरह से उल्लास दिखाए, वह काबिले तारीफ है।
इनके जिलाध्यक्ष का दायित्व मिलने पर जाने माने जनरल एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर पीएल गुप्ता, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष उमाशंकर ओमर, उत्तर प्रदेश सरकार में माटी कला बोर्ड के पूर्व सदस्य हरेंद्र कुमार प्रजापति, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि कृष्णा राजभर, ब्लॉक प्रमुख सरिता राजभर,अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रखंड अध्यक्ष डॉ0 जय हिंद यादव, बिंदु अस्पताल की चेयरपर्सन डॉक्टर बिंदु यादव, व्यापार मंडल के प्रदेश संगठन मंत्री एवं रतनपुरा के प्रखंड अध्यक्ष राम नारायण साहू, रतनपुरा के युवा ग्राम प्रधान जय किशोर गुप्त उर्फ टुनटुन,भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंडल अध्यक्ष विनोद कुमार गुप्त, मंडल अध्यक्ष दयाशंकर श्रीवास्तव उर्फ दीपू लाल,दुर्गेश कुमार वर्मा,पूर्व प्रधानचार्य श्रीराम सिंह, डॉ0अनिल कुमार यादव होमियोपैथी चिकित्सक, अनिल कुमार यादव भाजपा नेता, विपिन कुमार वर्मा ,अभिनव पाण्डेय इटैली ,ज्योतिश्वर सिंह, संजय सिंह प्रमुख समाजसेवी महेंद्र कुमार यादव, प्रेम कुमार गौड़, अंगद गुप्त ,सुशील कुमार पाण्डेय पूर्वी संसार ,सुभाष चंद्र मद्धेशिया, राकेश सोनी, नीतीश गोड़, स्वतंत्र कुमार गुप्त उर्फ मुन्ना, डॉक्टर वीरेंद्र कुमार गुप्त, डॉ सुशील कुमार सिंह, दुर्गानंद ठाकुर, रामप्यारे पटेल, विनय कुमार गुप्त उर्फ लीसू मद्धेशिया, किसान नेता राकेश सिंह, सत्येंद्र कुमार,शंकर मद्धेशिया, विनोदकुमार मौर्य, ओमप्रकाश मौर्य, अजय कुमार गुप्त इत्यादि प्रमुख थे।