साइकिल दिवस : साइकिल सेहत व पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण में लाभकारी

साइकिल दिवस : साइकिल सेहत व पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण में लाभकारी

3 जून: साइकिल दिवस विशेष 

रिपोर्ट -- प्रेम शंकर पाण्डेय 

बढ़ते पर्यावरण  प्रदूषण व भाग दौड़ की जिंदगी में  साइकिल की सवारी सेहत संवारने के साथ ही वातावरण पर्यावरण प्रदूषण पर भी रोक लग सकेगा।

 साइकिल परिवहन का यह एक सरल, किफायती, • विश्वसनीय, पर्यावरण स्वच्छता के अनुकूल साधन है। स्वास्थ्य व • पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2018 में प्रतिवर्ष तीन मई को विश्व साइकिल दिवस मनाने की घोषणा की थी, तभी से साइकिल दिवस मनाया जाता है।

 आज घर-घर  में लोगों के पास बाइक तथा खास लोगों के पास चारपहिया वाहन हो गये हैं। लिहाजा लोग पैदल या साइकिल चलाने से  कतराने लगे हैं लिहाजा मोटापा आदि बीमारियों की गिरफ्त में तेजी से आ रहे हैं। जबकि शरीरिक फिटनेश के लिए साइकिल चलाना स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी है। वाहनों का शोर व धुआं ध्वनि के साथ आबो हवा को प्रदूषित करता है। साथ ही स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल

प्रभाव डालता है। वर्तमान में लोगों का शारीरिक श्रम कम हो गया है, जिससे मोटापा सहित अन्य बीमारियों के चपेट में आने लगे हैं।नियमित साइकिल चलाने से शरीर में स्फूर्ति के साथ सभी अंगों का व्यायाम हो जाता है। लम्बी दूरी के लिए बाइक या अन्य साधन का प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन प्रति दिन चार से पांच किमी आने-जाने के लिए साइकिल चलाने से सेहत ठीक रहता है। मोटापा व शूगर से पीड़ित लोग जिम में जाकर फिटनेस के लिए साइकिल चला रहे हैं, लेकिन घर में रखे साइकिल चलाना शान शौकत के विपरीत हो गया है। प्रदूषण रोकने में साइकिल बेहद उपयोगी सिद्ध हो सकती है।