अखंड सुहाग की कामना एवं सुख समृद्धि के लिए सुहागिनों ने रखा करवा चौथ व्रत

रिपोर्ट - प्रेम शंकर पाण्डेय
कासिमाबाद(गाजीपुर)
अखंड सुहाग की कामना से किए जाने वाला करवा चौथ व्रत रविवार के दिन मनाया गया।दिन भर निर्जला व्रत रख कर महिलाएं रात में चंद्रोदय होने पर व्रत का समापन की। करवा चौथ व्रत को लेकर नव विवाहित महिलाओं में खासा उत्साह देखा गया।
गांव पाली की आरती देवी ने बताया कि उसका तीसरा व्रत है। दिन भर बिना पानी पिए व्रत रखना कठिन है। फिर भी पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा गया। इसी तरह से ममता देवी ने बताया कि अभी छह माह पहले विवाह हुआ है। पहला व्रत होने के बाद भी तैयारी पूरी हो गई । व्रत रख कर पूजन किया गया।
रतनपुरा(मऊ) निवासिनी ज्योति गुप्ता ने बताया कि विवाह बंधन में बंधने के पश्चात वर्षों से यह त्यौहार हंसी खुशी के साथ करती चली आ रही हूं।
मालूम हो कि यह त्योहार पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए मनाया जाता है।माना जाता है कि इस व्रत को रखने से पति की उम्र लंबी होती है. करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के बीच प्रेम और विश्वास को बढ़ाता है।यह व्रत दोनों के बीच के बंधन को और मजबूत बनाता है।यह व्रत महिलाओं को सौभाग्य प्रदान करता है।माना जाता है कि इस व्रत को रखने से महिलाएं सुखी और समृद्ध जीवन जीती है।करवा चौथ भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है और पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है. यह त्योहार महिलाओं को एक साथ लाता है और उन्हें एक-दूसरे के साथ जुड़ने का मौका देता है.