संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों के रूप में मानवाधिकार सम्मिलित- रेखा देवी

रिपोर्ट - प्रेम शंकर पाण्डेय
सौहार्द एवं बंधुता मंच के बैनर तले विश्व मानवाधिकार दिवस कार्यक्रम
संगोष्ठी विषय- असमानताओं को कम करना और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाना
कासिमाबाद (गाजीपुर)। सौहार्द एवं बंधुता मंच द्वारा क्षेत्र के मुहम्मदपुर टंडवा अनुसूचित बस्ती में विश्व मानवाधिकार दिवस संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका विषय "असमानताओं को कम करना और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाना" रहा। कार्यक्रम की शुरुआत महिला अध्यक्ष श्रीमती रेखा एवं विशिष्ट अतिथि जनार्दन राम का माधुरी देवी एवं समावेशी साथी प्रेम शंकर पाण्डेय ने माल्यार्पण कर किया।
समावेशी साथी ने विश्व मानवाधिकार दिवस की जानकारी देते हुए मानव अधिकारों के सार्वभौमिकता सार्थकता के साथ मानवता की रक्षा करने पर जोर दिया।
जबकि मुख्य अतिथि श्रीमती रेखा देवी ने बताया कि अनुच्छेद 14,15,16 मौलिक अधिकार समानता के अधिकार की स्थापना करते हैं। लिंग के आधार पर भेदभाव को रोकते है। महिलाएं सम्मान के साथ रह सके और उन्हे सम्मान अवसर मिले।संगोष्ठी में संवैधानिक अधिकार के रूप में असमानता की जगह समानता, मातृत्व लाभ, सुरक्षित गर्भपात का अधिकार, प्रताड़ना के विरूद्ध (घरेलू हिंसा का अधिकार-2005), मुफ्त कानूनी सहायता, कार्यालय पर महिलाओं का लिंग उत्पीड़न आदि अधिकारों को लेकर जानकारी सांझा किया गया। इसके साथ ही वर्तमान समय में मानवता और नैतिक पतन के कारण परिवार विघटन और व्यवहारिक जीवन में हो रहे बदलाव के बारे चर्चा कर सौहार्द्र एवं बंधुता पर जोर दिया गया।
इस अवसर पर राधे, राजेश राम, दिनेश राम, हरिंद्र, मुंगिया, रीता, मुखिया, माधुरी, सत्यजीत, कौशिल्या, इनरू, आशा, संगीता, सरोजनी अशरफी, बिग्गन आदि की उपस्थिति रही।