दिवंगत श्रीप्रकाश राय की दूरगामी सोच का प्रतिफल ग्रामीण क्षेत्र में उच्च शिक्षा - प्रो हरिकेश सिंह

दिवंगत श्रीप्रकाश राय की दूरगामी सोच का प्रतिफल ग्रामीण क्षेत्र में उच्च शिक्षा  - प्रो हरिकेश सिंह

रिपोर्ट- प्रेम शंकर पाण्डेय

माँ शारदा राजनारायण स्मारक महाविद्यालय संस्थापक की प्रतिमा अनावरण समारोह समपन्न

मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति ने पत्रकारों का माल्यार्पण अंगवस्त्र से किया सम्मान

कासिमाबाद (गाजीपुर)।निकटवर्ती क्षेत्र के गाँव पाली स्थित माँ शारदा राजनारायण स्मारक महाविद्यालय एवं राजनारायण राय मेमोरियल इंटर कालेज के स्थापना के प्रेरणास्रोत स्व शारदा देवी जिनकी मृत्यु 20-01-2009 एवं संस्थापक स्व श्रीप्रकाश राय जी जिनका देहावसान 19-01-2020 को हुई थी।मरणोपरांत महाविद्यालय परिसर में प्रतिमाओं का अनावरण रविवार के दिन में किया गया है।

पूर्व निर्धारित मुख्य अतिथि सूर्य प्रताप शाही मंत्री कृषि, मंत्री शिक्षा, कृषि अनुसंधान उ प्र सरकार की गैर मौजूदगी में बतौर मुख्य अतिथि दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री बाल्मीकि त्रिपाठी संग विशिष्ट अतिथि नारद राय संग अध्यक्षता कर रहे क्ष प्रो हरिकेश सिंह पूर्व कुलपति जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा (बिहार)ने सर्व प्रथम मूर्ति का अनावरण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर माल्यार्पण करते हुए सभी ने भावभीनी श्रद्धांजलि व्यक्त किया।मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि दिवंगत श्रीप्रकाश राय जैसे पुण्य आत्मा वाला व्यक्ति की दूरगामी सोच का प्रतिफल ही रहा कि ग्रामीण क्षेत्र में उच्च शिक्षा का अध्ययन केंद्र के रूप में यह महाविद्यालय का ग्रामीण क्षेत्र में देखा गया सपना सफल हुआ है।

अध्यक्षता कर रहे छपरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने कहा कि बाबू श्रीप्रकाश राय का जीवन हम सभी को प्रेरित करता हैं। जिन्होनें माँ शारदा पिता राजनारायण को प्रतिष्ठित किया।आज गांव गिराव में जहाँ उच्च शिक्षा की पहुंच दूर है एवं आवाजाही यातायात एवं सड़क मार्ग की दयनीय दशा है वहाँ महाविद्यालय की नीव जैसा कार्य निसंदेह शिक्षा की अलग जगाने वाले सर्वोपरि व्यक्तियों में विशिष्ट स्थान बनाता है‌।क्षेत्रीय आंगुतको का संरक्षक ओमप्रकाश राय सहित शशिकांत राय व सूर्यकांत राय ने स्वागत सम्मान किया।

इस अवसर पर बीजेपी जिलाध्यक्ष सुनील सिंह,मऊ जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज राय, कृष्ण बिहारी राय,विजयशंकर राय,पीयूष राय

वीरेंद्र राय,गोपाल सिंह, प्रेम शंकर पाण्डेय,संजय राय, सुभांशु मिश्रा, धर्मेन्द्र राय,अमित राय, अनिरुद्ध राय,अजीत कुमार जौहरी, अनिल कुमार यादव, विजय बहादुर यादव, मनोज यादव, अजमल अनीस, संघ मित्रा बौद्ध आदि हजारों की उपस्थिति रही। सफल

सफल संचालक अविनाश प्रधान ने किया।