बलिया: महज दो हजार के लिए प्रसूता को बनाया बंधक, पति को बेचना पड़ा मंगलसूत्र
रिपोर्ट_प्रेम शंकर पाण्डेय ✍
प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचारमुक्त शासन व जीरो टालरेन्स की नीति की जमीनी हकीकत क्या है, इसका सबूत बलिया में देखने को मिला। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरहीं पर गुरुवार को मानवता को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई। सोहांव ब्लाक के रामपुर अदाई इटही निवासी बबलू गिरि की पत्नी रानी को प्रसव पीड़ा होने पर सीएचसी नरहीं में भर्ती कराया गया। अस्पताल में बच्ची का जन्म होने के बाद प्रसूता से दो हजार रुपये की मांग की गयी। पैसे की अनुपलब्धता पर प्रसूता को बन्धक बना लिया गया।
परिजनों का आरोप है कि सीएचसी पर तैनात हेल्थ विजिटर ने रुपये की मांग की। पैसे नहीं होने पर प्रसूता के पति को अपनी पत्नी का मंगलसूत्र बेचना पड़ा, तब जाकर मुक्ति मिली। रोता-बिलखता परिवार सीएचसी अधीक्षक डा. साकेत बिहारी शर्मा के पास पहुंचा और मामले की लिखित शिकायत की।
डा. शर्मा ने बताया कि हेल्थ विजिटर के खिलाफ मामला संज्ञान में आया है। शिकायत पहले भी सुनने को मिलती थीं लेकिन पहली बार लिखित रूप से शिकायत सामने आयी है। इस बारे में डीएम व सीएमओ को अवगत कराया जाएगा। साथ ही दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी सुनिश्चित करायी जाएगी।