ग्राम पंचायत चुनाव: मतदाताओं के मान मनौव्वल में जुटे प्रत्याशी

रिपोर्ट- प्रेम शंकर पाण्डेय ✍️
कासिमाबाद (गाजीपुर)।देश की राजनीति की दिशा और दशा तय करने वाले उत्तर प्रदेश में राज्य निर्वाचन की अधिसूचना जारी करने के बाद गांव की सरकार बनने की तैयारियों का बिगुल बज गया है ।करोना काल की वजह से अभी चुनाव तारीखें घोषित नहीं हुई है पर औपचारिक शुरुआत होने के साथ ही ग्राम पंचायतों की तैयारियां अब परवान चढ़ रहा है। उप्र. में वर्ष 2021 में पंचायत चुनाव कराए जाएंगे जिसकी प्रबल संभावना है ।विदित हो कि उत्तर प्रदेश की 58,758 ग्राम पंचायतों के मौजूदा ग्राम प्रधानों का कार्यकाल आगामी 25 दिसंबर से समाप्त हो रहा है लेकिन कोविड़-19 के चलते चुनाव की संभावित तिथि भी घोषित नहीं हुई है लेकिन संभावित प्रत्याशी घर -घर जाकर लोगों की गणेश परिक्रमा करने में जी जान से जुट गए हैं ।ग्राम पंचायत को देश की सबसे छोटी संसद का जाता है वैसे तो अक्टूबर के बाद प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य ,जिला पंचायत सदस्य का चुनाव होना था लेकिन करोना काल की वजह से मतदाता पुनरीक्षण का अभियान भी नहीं शुरू हो सका लेकिन विगत माह 15 सितंबर को यूपी में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई साथ ही इस माह में 1 अक्टूबर से बीएलओ के साथ कार्यकर्ता मतदाता सूची के सम्बंध में घर-घर घूम रहे है।गवई राजनीति में पक्ष -विपक्ष के प्रत्याशी चुनावी ताल ठोकने के लिए कमर कस चुके हैं। विवाहिता का नाम मतदाता सूची से कटवाने साथ 18 वर्ष के लोगों के साथ ही नवविवाहिता का नाम जुड़वाने ,मृतक मतदाताओं का नाम निरस्त करने के लिए अपने अपने स्तर से प्रयास कर रहे है। ताकि आगामी चुनाव में कोई नुकसान ना हो ।पंचायत चुनाव को लेकर जहां संभावित दावेदार लोगों की निजी कामों के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं वहीं वर्तमान ग्राम प्रधानों पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है विकास कार्यों में अनियमितता घोटाले का आरोप और शिकायत का सिलसिला बदसूरत जारी है ।हालत यह है कि गांव की चौपाल पर संवाद सहमति से सुलझने वाले मामले विवाद भी अब बहुतायत की संख्या में कोतवाली कासिमाबाद पहुंचने लगे हैं और जमकर अपने अपने पक्ष के मतदाताओं की पैरवी भी धनबल से करने में कोई कसर सत्ता पक्ष के साथ-साथ भावी उम्मीदवार नहीं छोड़ रहे है। कासिमाबाद ब्लाक मुख्यालय के नजदीक चाय पान की दुकान चौराहे पर जगह-जगह लोग इकट्ठा होकर एक दूसरे गांव के बारे में चुनावी चर्चा कर रहे हैं और संभावित उम्मीदवारों के जीत हार का अनुमान भी बातचीत के दौरान लोगों से लगा रहे है। अपने चहेते पसंदीदा उम्मीदवार के बारे में पूरे मनयोग से जानना भी चाह रहे हैं कि हमारा प्रत्याशी का प्रदर्शन चुनाव में कैसा रहेगा? प्रत्याशी जीत का स्वाद चख पाएगा या नहीं? यही हाल ग्राम पंचायत पाली सहित मुहम्मदपुर-टंड़वा,सुरवत, रामगढ़,अवराकोल,बढ़ईपुर, मुहम्मदपुर कुसुम,सिधागरघाट,बहिरार, बेरूकही,महड़ौर,दुर्गास्थान सहित ग्रामीण अंचलों के प्राय: हर गांव में हो गया है सुबह शाम होते ही चट्टी चौराहों पर लोग चाय की चुस्कियों के साथ बैठकर अपने अपने गांव क्षेत्र की गवई राजनीति पर चर्चा करते नजर आ रहे हैं साथ ही ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के उम्मीदवारों की चर्चा भी आपस में कर रहे हैं और अपने मन की बात में सुझाव सलाह भी अपने पक्ष में उम्मीदवार के लिए दे रहे है।