बसंतोत्सव, एक संस्कृति संध्या में विद्यार्थियों ने अपनी संगीत साधना का दिया परिचथ

रिपोर्ट - प्रेम शंकर पाण्डेय
संगीत - सरिता म्यूजिक एकेडमी द्वारा आयोजित 21 वां बसंतोत्सव
प्रतिभागियों ने गीत संगीत से बांधा समा
विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले हुए सम्मानित
विद्यार्थियों ने समूह गान, होरी खेले नंदलाल गाकर माहौल किया रंगमय
मुजफ्फरनगर (उप्र)। मां सरस्वती एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित, संगीत-सरिता म्यूज़िक एकेडमी ( केडिया वाटिका , भोपा रोड ) के तत्वाधान में नई मंडी स्थित रामलीला मैदान में 21वां वसंतोत्सव , एक संस्कृति संध्या का आयोजन किया गया जिसमें संस्था के छात्र/छात्राओं के अभिभावक एवं शहर के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
डॉ. एन.के.अरोरा , पंडित संजीव शंकर (महामंडलेश्वर), श्री राकेश कुमार राठी, श्री मुकेश लाल , डॉ. एम. के. तनेजा , श्री प्रदीप धनगर , श्रीमती रत्ना मिश्रा , श्रीमती शशि मिश्रा एवं संस्था के निदेशक व सह - संस्थापक पंडित दिलीप मिश्रा एवं संजय मिश्रा ने माँ शारदा के सम्मुख दीप प्रज्जवलन एवं पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, निलेश और विशेष मिश्र ने स्वस्ति वाचन किया, और पंडित दिलीप मिश्रा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इसके पश्चात, संगीत सरिता म्यूज़िक एकेडमी के विद्यार्थियों ने संगीत की विभिन्न विधाओं का प्रदर्शन कर अपनी संगीत साधना का परिचय दिया।
पुरुष वर्ग में मनोज चौधरी , संदीप भारद्वाज, मंगेश त्यागी, विभोर तनेजा , पलविंदर सिंह , पलाश अग्रवाल, आज़ाद सिंह , नितिन कुमार, रविन्द्र कुमार, भव्यम , प्रागवंश, वासु गोयल, संजय शर्मा, सौरव मितल, हर्षित चौहान , शिवा , कृष , सर्वेश , राज , प्रिंस , विशेष मिश्र , निलेश मिश्र ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति दी।
वहीं महिला वर्ग में, प्रियंका गर्ग, आरती पाल , निधि रानी, रश्मि, रिया, वंशिका, पारुल गर्ग, मोनिका प्रजापति, सिमरन कश्यप, प्रणवी मित्तल, वाणी पंवार, अंशिका राठी , पूर्णिमा विश्वास, पूनम पंवार, रिद्धिमा , ऋषिता , एकता शर्मा, पूनम रानी, ममता सिंह, ने अपनी प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को नए आयाम दिए।
कार्यक्रम का आकर्षण शास्त्रीय संगीत रहा , जिसमें सिमरन कश्यप ने राग मधुवंती प्रस्तुत किया। तबले पर निलेश मिश्र ने तानपुरे पर आरती पाल और हारमोनियम पर विशेष मिश्र ने संगत की।
निलेश मिश्र ने अपने तबला एकल वादन से विश्वविख्यात तबला के जादूगर , स्वर्गीय उस्ताद ज़ाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही अपनी दमदार प्रस्तुति से दर्शकों की तालियां बटोरी , हारमोनियम पर विशेष मिश्रा ने संगत की। वहीं डिम्पल कपूर ने शास्त्रीय नृत्य कथक कर के दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में ऋषिकेश से पधारी डॉ. शिखा ममगाईं को संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लालजी श्रीवास्तव सम्मान से नवाज़ा गया , वहीं डॉक्टर शिवानी लाल को चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
पलाश अग्रवाल ने फलक देखूं , वासु ने ना जा कहीं अब ना जा , संजय ने मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती , हर्षित ने मेरे नाम तू , पलविंदर ने चिट्टे सुट ते, आरती ने यारा सिली सिली , सिमरन ने जाने जा ओ मेरी जाने जा, ममता सिंह और आज़ाद सिंह ने जे हम तुम चोरी से बंधे एक डोरी से , निधि और विशेष ने तेरा नाम लिया गा कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया और पूनम रानी ने लोकगीत कोयल बिन बगियां न सोहे राजा गा कर शारदा सिन्हा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से देवराज पंवार , डॉ. आर.के.सिंह , आशीष यादव, सुघोष आर्य ( प्रधानाचार्य - आर्य एकेडमी इंटरनेशनल स्कूल) , अमित पुंडीर ( डायरेक्टर - के.पी.एस. एकेडमी ), श्रवण त्यागी , देवव्रत त्यागी , अभिलेख सिंह , जोग ध्यान शर्मा , निर्वेश कुमार , के.के. आनंद , मनीष शर्मा , विकास शर्मा , कृष्ण रुहेला , विकास त्यागी , दीपा सोनी , मनोज अरोरा आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संगीत पक्ष, ग्रेटर नोएडा से आए टी.जे. जॉन एवं स्पार्क दा मेलोडी मेकर्स ऑर्केस्ट्रा ग्रुप ने संभाला।