आरएसएस ने समर्पण भाव से मनाया गुरु दक्षिणा कार्यक्रम

रिपोर्ट - प्रेम शंकर पाण्डेय
कासिमाबाद (गाजीपुर)। क्षेत्र अंतर्गत गांव पाली स्थित धर्मदत्त दुलेसरा जूनियर हाईस्कूल परिसर एवं गांव सुरवत में शनिवार को आरएसएस की ओर से गुरु दक्षिणा कार्यक्रम संपन्न कराया गया। आरएसएस के जौनपुर विभाग बौद्धिक प्रमुख मनोज जी, विभाग व्यवस्थापक प्रमुख डॉ मुरलीधर जी, खण्ड कार्यवाहक विनोद कुमार की उपस्थिति में आरएसएस के बौद्धिक वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने संघ परिवार के गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का महत्व बताया। कहा कि गुरु दक्षिणा समर्पण का नाम है। विनोद जी ने कहा कि संघ कभी चंदा नहीं करता है। इसलिए वर्ष में एक बार आषाढ़ पूर्णिमा के बाद संघ के स्वयंसेवक दैनिक जीवन में होने वाले खर्च से कटौती कर अर्थात त्यागकर 364 दिन राशि जमा कर 365वां दिन कटौती की राशि को गुरु भगवाध्वज को समर्पित करते हैं। दक्षिणा गुप्त रूप से लिफाफा में डालते हैं जिसमें राशि अथवा पुष्प डालने की स्वतंत्रता स्वयंसेवकों पर रहती है। इसी राशि से संघ कार्य चलता है। गुप्त दक्षिणा (राशि या पुष्प)का मतलब कम राशि या पुष्प को समर्पण करने वाले हीन भावना से ग्रस्त नहीं हो।
गुरु पूजन समर्पण कार्यक्रम में समस्त स्वयंसेवकों की उपस्थिति रही जिसमे व्यवस्थागत सहयोग संतोष वर्मा ,ठाकुर प्रसाद वर्मा , अजय वर्मा , अमित राय, शशिकांत राय "मिंटू " , अवनीश आदि का रहा।