पत्रकारिता लोकतंत्र का प्रहरी - नज्जमुसाकिब अब्बासी नदवी

पत्रकारिता लोकतंत्र का प्रहरी - नज्जमुसाकिब अब्बासी नदवी

रिपोर्ट - प्रेम शंकर पाण्डेय 

सौहार्द एवं बंधुत्व मंच के बैनर तले "लोकतंत्र पत्रकारिता एवं सामाजिक सौहार्द" विषयक संगोष्ठी 

मंच ने आगंतुकों का किया अंगवस्त्र से सम्मान,देर सायं हुआ सहभोज समागम 

सामाजिक सौहार्द तभी सम्भव है, जब संवाद की संस्कृति को बढ़ावा मिले- बृजभूषण सिंह 

चिलकहर (बलिया) । सामाजिक सौहार्द एवं बन्धुत्व मंच,असनवार के तत्वावधान में *लोकतंत्र पत्रकारिता एवं सामाजिक सौहार्द* बिषयक एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन बीपी ज्ञानस्थली असनवार (चोगड़ा) के सभागार में किया गया, जिसकी अध्यक्षता सौहार्द एवं बन्धुत्व मंच के संयोजक अजीत कुमार राजभर ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सौहार्द फेलोशिप के मेंटर नज्मुस्साकिब अब्बासी ने कहा कि लोकतंत्र केवल एक प्रणाली नहीं है, बल्कि यह एक जीवंत प्रक्रिया है, जो जनभागीदारी, पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर टिकी होती है। पत्रकारिता, लोकतंत्र का प्रहरी है। जब पत्रकारिता निष्पक्ष, निर्भीक और तथ्यपरक होती है, तभी जनता को सशक्त सूचना मिलती है और सत्ता का विवेक बना रहता है। आपने आगे कहा कि आज के दौर में पत्रकारों पर राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक दबाव लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे समय में पत्रकारों को अपने नैतिक मूल्यों से समझौता किए बिना, सच के पक्ष में खड़ा होना होगा, क्योंकि पत्रकारिता का काम केवल समाचार देना नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाली चेतना का निर्माण करना भी है।

निकटवर्ती जनपद में कार्यरत समावेशी फेलो बृजभूषण सिंह ने कहा कि हम जिस लोकतांत्रिक समाज की कल्पना करते हैं, उसमें विविधता, सहिष्णुता और संवाद अत्यंत आवश्यक तत्व हैं। यदि समाज में वैमनस्य और घृणा का वातावरण पनपने लगे, तो लोकतंत्र की जड़ें कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में मीडिया को चाहिए कि वह समाज को जोड़ने का कार्य करे, न कि तोड़ने का। क्योंकि सामाजिक सौहार्द तभी संभव है जब संवाद की संस्कृति को बढ़ावा मिले। आज जरूरत इस बात की है कि पत्रकार धर्म, जाति, भाषा और विचारधाराओं से ऊपर उठकर केवल सत्य को समाज के सामने प्रस्तुत करें। आगंतुकों का सौहार्द एवं बंधुत्व मंच ने अंगवस्त्र से सम्मानित करने के साथ ही देर सायं सहभोज समागम भी किया।

इस अवसर पर सौहार्द एवं बन्धुत्व मंच के संयोजक एवं ग्राम पंचायत असनवार के प्रधान प्रतिनिधि अजीत कुमार राजभर ने उपस्थित सभी फेलोज को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। संगोष्ठी में भाग लेने वालों में प्रेमशंकर पाण्डेय, जफर अकील, हिमांशु मौर्य, दिव्या पाण्डेय, अनिल चौधरी, सुमतीष कुमार रंजन, श्रीनिवास जोशी, अखिलेश जोशी, शक्ति रंजन चौधरी, उपेन्द्र नाथ एडवोकेट, मुन्ना यादव, अजीत कुमार, यशवंत कुमार पिंटू, रजनीश यादव, हरिओम यादव, सुशील कुमार आदि लोगों की प्रमुख रूप से सहभागिता रही।

अंत में संगोष्ठी के आयोजक एवं सफल संचालक जयराम अनुरागी ने आये हुए सभी आगुंतकों के प्रति आभार प्रकट किया।